लेखक : दुर्गा प्रसाद
टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया का टी-20 में सूपड़ा साफ कर सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली है। इसके साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम टी-20 में नंबर वन पर काबिज होकर अपनी बादशाहद बना ली है। मजेदार बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया ने क्रिकेट के 140 साल के इतिहास में पहली बार इतनी जबर्दस्त मात खाई है। इससे पहले उसका कभी क्लीन स्वीप नहीं हुआ था। यह भारतीय टीम के जुझारूपन का नतीजा है कि आज आस्ट्रेलिया अपने घर पर ही 3-0 से हारकर मायूस है।
अभी कुछ दिनों बाद टी-20 का मुकाबला है। और भारत ने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं कि टी-20 वर्ल्ड कप में वह सबसे बड़ा खड़ा दिखाने का माद्दा रखेगा। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने यह कहकर दर्शा भी दिया है कि वर्ल्ड कप में इन्हीं रणबांकुरों से सजी टीम मैदान में उतरेगी। बस थोड़ा-बहुत परिस्थिति को देखते हुए बदलाव हो सकता है।
भारत के पास इस समय मैच विनर खिलाड़ियों की भरमार है। हर खिलाड़ी अपना 100 फीसदी देने को तैयार है। इनमें विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, धोनी, रैना और युवराज का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है। इस टीम को बनाने का श्रेय कैप्टन कूल धोनी और टीम मैनेजर रवि शास्त्री को जाता है। उन्होंने अपनी पॉजीटीव एटीट्यट से टीम को जीतने का आदत डालनी शुरू करवा दी है।
ऑस्ट्रेलिया जैसी सशक्त टीम को उसके घरू मैदान में हराना एक जंग जीतने के समान है। क्योंकि ऑस्ट्रेलिया अपने घर में सबसे मजबूत है। उसके किले को भेदकर जीत का शंखनाद कर जिस अंदाज में भारतीय टीम ने इबारद लिखी है, वह काबिलेतारीफ है।
इससे जहां टीम का मनोबल बढ़ा है, वही विपक्षी टीमों में खौफ पैदा हुआ है। इससे जहां भारतीय टीम में जीतने की भूख बढ़ी है, वहीं भारतीय खेलप्रेमी अपने हीरों के प्रदर्शन से गदगद हैं। बस अब जरूरत यही है कि भारतीय खिलाड़ी अपनी इस भूख को हमेशा बरकरार रखें।
टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया का टी-20 में सूपड़ा साफ कर सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली है। इसके साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम टी-20 में नंबर वन पर काबिज होकर अपनी बादशाहद बना ली है। मजेदार बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया ने क्रिकेट के 140 साल के इतिहास में पहली बार इतनी जबर्दस्त मात खाई है। इससे पहले उसका कभी क्लीन स्वीप नहीं हुआ था। यह भारतीय टीम के जुझारूपन का नतीजा है कि आज आस्ट्रेलिया अपने घर पर ही 3-0 से हारकर मायूस है।
अभी कुछ दिनों बाद टी-20 का मुकाबला है। और भारत ने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं कि टी-20 वर्ल्ड कप में वह सबसे बड़ा खड़ा दिखाने का माद्दा रखेगा। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने यह कहकर दर्शा भी दिया है कि वर्ल्ड कप में इन्हीं रणबांकुरों से सजी टीम मैदान में उतरेगी। बस थोड़ा-बहुत परिस्थिति को देखते हुए बदलाव हो सकता है।
भारत के पास इस समय मैच विनर खिलाड़ियों की भरमार है। हर खिलाड़ी अपना 100 फीसदी देने को तैयार है। इनमें विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, धोनी, रैना और युवराज का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है। इस टीम को बनाने का श्रेय कैप्टन कूल धोनी और टीम मैनेजर रवि शास्त्री को जाता है। उन्होंने अपनी पॉजीटीव एटीट्यट से टीम को जीतने का आदत डालनी शुरू करवा दी है।
ऑस्ट्रेलिया जैसी सशक्त टीम को उसके घरू मैदान में हराना एक जंग जीतने के समान है। क्योंकि ऑस्ट्रेलिया अपने घर में सबसे मजबूत है। उसके किले को भेदकर जीत का शंखनाद कर जिस अंदाज में भारतीय टीम ने इबारद लिखी है, वह काबिलेतारीफ है।
इससे जहां टीम का मनोबल बढ़ा है, वही विपक्षी टीमों में खौफ पैदा हुआ है। इससे जहां भारतीय टीम में जीतने की भूख बढ़ी है, वहीं भारतीय खेलप्रेमी अपने हीरों के प्रदर्शन से गदगद हैं। बस अब जरूरत यही है कि भारतीय खिलाड़ी अपनी इस भूख को हमेशा बरकरार रखें।
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