लेखक : दुर्गा प्रसाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान सिलीकॉन वैली के कार्यक्रम पर पूरी दुनिया की नजर है। हो भी क्यों नहीं दुनिया के टॉप सीईओ से भारत के प्रधानमंत्री मिल रहे हैं। सिलीकॉन वैली में दुनिया की नंबर वन कंपनी एपल, नंबर दो गूगल, फेसबुक, माइक्रोसाफ्ट सहित कई नामी गरामी कंपनियां हैं। जिस तरह से मोदी का गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने स्वागत किया है वह काबिलेतारीफ है।
गूगल ने घोषणा कर दी है कि जल्द ही भारत के १०० मेन रेलवे स्टेशनों पर वाईफाई की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। इसका सीधा अर्थ है जल्द ही डिजिटल इंडिया में क्रांति का दौर शुरू होने वाला है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दौरे से शुरू हो चुकी है। इसके अलावा गूगल आठ भारतीय भाषाओं में जल्द ही लॉन्च होगा। इससे साफ जाहिर है कि गूगल भारत को लेकर कितना एक्साइट है। हो भी क्यों नहीं यहां पांच साल के दौरान करीब ५० करोड़ लोगों को इंटरनेट मुहैया करवाने का लक्ष्य रखा है।
प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत पूरे भारत को इंटरनेट से जोडऩे का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत प्रधानमंत्री ने गूगल और माइक्रोसाफ्ट से इस क्षेत्र में सहयोग करने को कहा है। इस क्षेत्र में इन कंपनियों ने अपने कदम बढ़ा भी दिए हैं।
इससे एक बात साफ हो गई है डिजिटल क्रांति की तरफ भारत ने कदम बढ़ा दिए हैं। प्रधानमंत्री ने फेसबुक के टाउनहॉल में फेसबुक, ट्विटर और इस्ट्राग्राम को अपना नया पड़ोसी बताकर अपनी मंशा साफ जाहिर कर दी है। उन्होंने साफ कहा कि आज के दौर की राजनीत में सोशल मीडिया का अहम रोल है। प्रधानमंत्री जी का सोशल मीडिया प्रेम जग जाहिर है। वह ज्यादा से ज्यादा अपनी बात सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं।
मोदी जी के एजंडे में जो है, अगर वह कर पाए तो वह समय दूर नहीं जब भारत सोशलिस्तान के नाम से जाना जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान सिलीकॉन वैली के कार्यक्रम पर पूरी दुनिया की नजर है। हो भी क्यों नहीं दुनिया के टॉप सीईओ से भारत के प्रधानमंत्री मिल रहे हैं। सिलीकॉन वैली में दुनिया की नंबर वन कंपनी एपल, नंबर दो गूगल, फेसबुक, माइक्रोसाफ्ट सहित कई नामी गरामी कंपनियां हैं। जिस तरह से मोदी का गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने स्वागत किया है वह काबिलेतारीफ है।
गूगल ने घोषणा कर दी है कि जल्द ही भारत के १०० मेन रेलवे स्टेशनों पर वाईफाई की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। इसका सीधा अर्थ है जल्द ही डिजिटल इंडिया में क्रांति का दौर शुरू होने वाला है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दौरे से शुरू हो चुकी है। इसके अलावा गूगल आठ भारतीय भाषाओं में जल्द ही लॉन्च होगा। इससे साफ जाहिर है कि गूगल भारत को लेकर कितना एक्साइट है। हो भी क्यों नहीं यहां पांच साल के दौरान करीब ५० करोड़ लोगों को इंटरनेट मुहैया करवाने का लक्ष्य रखा है।
प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत पूरे भारत को इंटरनेट से जोडऩे का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत प्रधानमंत्री ने गूगल और माइक्रोसाफ्ट से इस क्षेत्र में सहयोग करने को कहा है। इस क्षेत्र में इन कंपनियों ने अपने कदम बढ़ा भी दिए हैं।
इससे एक बात साफ हो गई है डिजिटल क्रांति की तरफ भारत ने कदम बढ़ा दिए हैं। प्रधानमंत्री ने फेसबुक के टाउनहॉल में फेसबुक, ट्विटर और इस्ट्राग्राम को अपना नया पड़ोसी बताकर अपनी मंशा साफ जाहिर कर दी है। उन्होंने साफ कहा कि आज के दौर की राजनीत में सोशल मीडिया का अहम रोल है। प्रधानमंत्री जी का सोशल मीडिया प्रेम जग जाहिर है। वह ज्यादा से ज्यादा अपनी बात सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं।
मोदी जी के एजंडे में जो है, अगर वह कर पाए तो वह समय दूर नहीं जब भारत सोशलिस्तान के नाम से जाना जाएगा।
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