लेखक : दुर्गा प्रसाद
वैल्डन कोहली! वाह क्या शानदार पारी खेली आपने। टी-20 वर्ल्ड कप के मोहाली के आईएस बिंद्रा ग्राउंड में हुए भारत-ऑस्ट्रेलिया नॉकआउट मैच में कोहली ने दिखा दिया कि वह टीम इंडिया के सुपर स्टार हैं। विपरीत परिस्थितियों में खेली 82 रन (51 बॉल, 9 फोर, 2 सिक्स) की उनकी शानदार पारी के आगे 161 रन का ऑस्ट्रेलियाई लक्ष्य बौना पड़ गया और टीम इंडिया के लिए ग्रुप 2 से वर्ल्ड T-20 सेमीफाइनल में जाने का दरवाजा मोहाली के स्टेडियम से खुल गया।
धोनी-कोहली का कंट्रोल : धोनी जब क्रीज पर आए तो 15वां ओवर शुरू होने वाला था। कोहली 35 रन पर खेल रहे थे। लेकिन रन रेट 11 से ऊपर जा चुका था। यहां से गेम कंट्रोल करने का पूरा दारोमदार कोहली और धोनी पर था। दोनों ने गैप में बॉल डाल कर सिंगल की जगह डबल्स लेने की स्ट्रैटजी अपनाई। बीच-बीच में चौके जड़ कर चेज में बने रहने की जी-तोड़ कोशिश कर रहे थे।
मैच जीतते ही मोहाली में दिवाली का माहौल बन गया। लोग भंगड़ा डालकर जीत के जश्न में डूबे रहे। इसके अलावा देश के अन्य जगहों में खूब पटाखे फोड़कर जीत का जश्न मनाया गया। अब भारत को 31 मार्च को वेस्ट इंडीज से सेमीफाइनल में खेलना है। जिस तरह से भारतीय टीम खेल रही है उसे देखकर यही लगता है अब उसे रोकना किसी भी टीम के बूते से बाहर है।
वैल्डन कोहली! वाह क्या शानदार पारी खेली आपने। टी-20 वर्ल्ड कप के मोहाली के आईएस बिंद्रा ग्राउंड में हुए भारत-ऑस्ट्रेलिया नॉकआउट मैच में कोहली ने दिखा दिया कि वह टीम इंडिया के सुपर स्टार हैं। विपरीत परिस्थितियों में खेली 82 रन (51 बॉल, 9 फोर, 2 सिक्स) की उनकी शानदार पारी के आगे 161 रन का ऑस्ट्रेलियाई लक्ष्य बौना पड़ गया और टीम इंडिया के लिए ग्रुप 2 से वर्ल्ड T-20 सेमीफाइनल में जाने का दरवाजा मोहाली के स्टेडियम से खुल गया।
टॉप ऑर्डर चरमराया
ऑस्ट्रेलियन टीम ने महज 3.4 ओवर्स में जिस अटैकिंग मोड में बैटिंग करके 50 रन जोड़ लिए थे, लगा था इंडियन ओपनर्स भी उसी अंदाज में पावर प्ले के ओवर्स में रन बटोर कर 161 रन के चेज को आसान बनाएंगे। लेकिन शिखर धवन (13 रन) को कुल्टर नील ने बाउंसर और रोहित शर्मा (12 रन) को शेन वॉटसन ने कटर पर फांस कर भारत को चेज में पछाड़ने की शुरुआत कर दी। इंडिया से पावर प्ले में केवल 37 रन बने। चार नंबर पर आए सुरेश रैना (10 रन) कोहली के साथ रुकने की बजाय शॉर्ट बॉल न खेल पाने की अपनी परिचित कमजोरी की नुमाइश कर वॉटसन की बॉल पर कीपर को कैच देकर चल दिए।युवराज का दर्द और जोर
क्रीज पर आने के कुछ ही देर बाद बाएं पैर में तकलीफ महसूस कर रहे युवराज ने दौड़ने की तकलीफ के बीच बढ़िया बैटिंग कर रहे कोहली के साथ कंधे से कंधा मिला कर संघर्ष शुरू किया। कोहली ने मैक्सवेल को, तो युवी ने एडम जंपा को सिक्स जड़ कर रन रेट सुधारने की भी कोशिश की। लेकिन वॉटसन ने फॉकनर की बॉल पर शानदार लो कैच पकड़ कर युवी की दर्द भरी पारी (21 रन, 1 फोर, 1 सिक्स) का अंत कर दिया।धोनी-कोहली का कंट्रोल : धोनी जब क्रीज पर आए तो 15वां ओवर शुरू होने वाला था। कोहली 35 रन पर खेल रहे थे। लेकिन रन रेट 11 से ऊपर जा चुका था। यहां से गेम कंट्रोल करने का पूरा दारोमदार कोहली और धोनी पर था। दोनों ने गैप में बॉल डाल कर सिंगल की जगह डबल्स लेने की स्ट्रैटजी अपनाई। बीच-बीच में चौके जड़ कर चेज में बने रहने की जी-तोड़ कोशिश कर रहे थे।
एक चौका और मारा
आखिरी के 3 ओवर में 39 रन की दरकार थी। कोहली ने फॉकनर को लगातार बाउंड्री मार कर भारतीय उम्मीदों को परवान चढ़ा दिया। लेकिन इतना काफी नहीं था। अगली बॉल उन्होंने स्टैंड में भेज कर मोहाली में कोहराम मचा दिया। फॉकनर के इस ओवर से कुल 19 रन आए। इक्वेशन 12 बॉल पर 20 रन का हो गया। पिटने की बारी अब कुल्टर नील की थी।कोहली का तूफान
उनकी दूसरी, तीसरी और चौथी बॉल पर कोहली ने प्रॉपर क्रिकेटिंग शॉट्स से बाउंड्री की हैट्रिक पूरी की। इस जोड़ी ने 26 बॉल पर 59 रन की पार्टनरशिप पूरी की। पूरा मोहाली एक, दो तीन, चार, एक चौका और मार...के नारों से गूंजने लगा। कोहली ने डिमांड पूरी की और कुल्टर नील की आखिरी बॉल पर भी झन्नाटेदार चौका जड़ दिया। आखिरी ओवर में केवल 4 रन बनाने थे। और हमेशा की तरह विनिंग रन धोनी के बैट से निकले।मैच जीतते ही मोहाली में दिवाली का माहौल बन गया। लोग भंगड़ा डालकर जीत के जश्न में डूबे रहे। इसके अलावा देश के अन्य जगहों में खूब पटाखे फोड़कर जीत का जश्न मनाया गया। अब भारत को 31 मार्च को वेस्ट इंडीज से सेमीफाइनल में खेलना है। जिस तरह से भारतीय टीम खेल रही है उसे देखकर यही लगता है अब उसे रोकना किसी भी टीम के बूते से बाहर है।
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